लवलीना बोरगोहेन का यादगार प्रदर्शन- ब्रॉन्ज लेकर लौटेंगी भारत

स्टार भारतीय बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने यादगार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया है. और पहली बार ओलिंपिक खेल रही 23 साल की लवलिना ने सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बावजूद इतिहास लिख दिया। वो ब्रॉन्ज लेकर ही भारत लौटेंगीं। ऐसा करने वाली वो दूसरी महिला बॉक्सर हैं, इससे पहले 2012 में मेरीकॉम ने ब्रॉन्ज जीता था।

प्रधानमंत्री ने दी बधाई

बॉक्सर लवलीना के ब्रॉन्ज जीतने पर PM मोदी ने कहा की- लवलीना की सफलता भारतीयों को प्रेरणा देगी.

69 KG वेट कैटेगरी के इस मुकाबले में लवलिना वर्ल्ड नंबर वन तुर्की की बुसेनाज सुरमेली के खिलाफ लड़ रही थीं। उम्र और अनुभव का अंतर साफ नजर आया, पर बुसेनाज को लड़खड़ा देने वाले लवलिना के कुछ मुक्कों ने बता दिया कि अगली बार के लिए उम्मीदें सुनहरी हैं।

पहली बार था बुसेनाज से मुकाबला

लवलिना और बुसेनाज के बीच अब तक कोई बाउट नहीं हुई थी। बुधवार को इनके बीच पहली भिड़ंत हुई थी। बुसेनाज ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की अन्ना लाइसेंको को 5-0 के एकतरफा अंदाज में हराया था। लवलिना ने क्वार्टर फाइनल में चाइनीज ताइपे की चिन चेन को हराया था। चेन भी पूर्व वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं। खास बात यह है कि लवलिना ओलिंपिक से पहले चेन के खिलाफ चार मुकाबले हार चुकी थीं।

लवलिना के पास था हाइट एडवांटेज सेमीफाइनल बाउट में लवलिना के पास हाइट एडवांटेज था। लवलिना की लंबाई 5 फीट, 9.7 इंच है। वहीं, तुर्की की मुक्केबाज की लंबाई 5 फीट, 6.9 इंच थी। लंबाई में 2.8 इंच की बढ़त की एडवांटेज वो हासिल नहीं कर सकीं।

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